।। मातृ देवो भवः ।। नैनं छिन्दति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः । न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः ।। अत्यंत दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि हमारी माताजी स्व. सावित्री देवी अग्रवाल (धर्मपत्नी : स्व. रतन लालजी अग्रवाल, चिचिंडा वाले, सम्बलपुर, ओड़िशा) अपनी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर के दि. 04.03.2025 (मंगलवार) को प्रभुजी के श्री चरणों में विलीन हो गये हैं। - एकादशा- कार्यक्रम -द्वादशा- 14.03.2025 (शुक्रवार) 15.03.2025 (शनिवार) दिनांक : 1