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अग्रसेवा सोसायटी का गौ सेवा संकल्प: करुणा और संस्कृति की नई पहल



"भगवान अग्रसेन की जय"
"गौमाता की जय"

अग्र सेवा सोसायटी के सेवा कार्यों में विस्तार:

"गौ सेवा से जुड़कर धर्म, संस्कृति, सनातन परंपरा और करुणा की ऊँचाइयों को छूने का अद्वितीय संकल्प।"

अग्र सेवा सोसायटी, जो वर्षों से सामाजिक और धार्मिक कार्यों में समर्पित रही है, ने 13 अक्टूबर 2024 को अपने सेवा क्षेत्र का विस्तार करते हुए गौ सेवा का संकल्प लिया है। इस नए कदम के तहत, रायपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में वृद्ध, निशक्त, बेसहारा, असहाय, बीमार और घायल गौ माताओं की दयनीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक सुव्यवस्थित गौशाला की स्थापना का निर्णय लिया गया है। इस गौशाला में गौ माताओं की सेवा एवं सुरक्षा के लिए चिकित्सालय की भी व्यवस्था होगी।

गौशाला के लिए भूमि चयन और संरचना निर्माण:
20 अक्टूबर 2024 को अग्र सेवा सोसाइटी ने "अग्रसेवा गौशाला संचालन समिति" का गठन करते हुए रायपुर-बलौदा मार्ग पर ग्राम तर्रा, जिला रायपुर (छत्तीसगढ़) में छह एकड़ जमीन का चयन किया।

संस्था ने गौ सेवा के कार्य को चरणबद्ध तरीके से विस्तार करने का निश्चय किया है। प्रथम चरण में, दो सौ आजीवन सदस्य बनाकर गौसेवा हेतु संकल्पित करने और गौशाला के लिए आधुनिक तकनीकों से युक्त, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक आश्रय निर्माण का कार्य प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। इस कार्य में करुणामय दानदाताओं के सहयोग का आह्वान किया गया है, जिससे गौ माताओं के स्वच्छ, सुरक्षित और समृद्ध आश्रय स्थल का निर्माण सुनिश्चित हो सके।

गौशाला में प्रस्तावित सुविधाएँ:

  • आधुनिक सेड की व्यवस्था
  • चिकित्सालय की सुविधा
  • गौ माताओं के लिए दाना-पानी और स्वच्छ वातावरण की समुचित व्यवस्था

इस संकल्पना के साथ, अग्र सेवा सोसायटी एक सशक्त, संगठित और करुणामय समाज का निर्माण करते हुए गौ सेवा में अपने प्रयासों को एक नई ऊँचाई पर ले जाने का संकल्पित है।